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मैडोना की चाहत, 'गाँधी जैसी बनूँ' | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पॉप गायिका मैडोना अपने जीवन के इस पड़ाव पर अब दुनिया के कुछ महान व्यक्तित्वों से प्रेरित होती नज़र आ रही हैं. उनका कहना है कि वे गाँधी, मार्टिन लूथर किंग और जॉन लेनन की तरह बनना चाहती हैं. लेकिन मैडोना ये कहना नहीं भूलीं कि वो 'ज़िंदा रहना चाहती हैं'. 48 वर्षीय पॉप स्टार ने अमरीकी रेडियो स्टेशन 'सीरियस' को दिए बयान में कहा, 'मेरे लिए दुनिया में सबसे बड़ी चीज है कुछ देख कर और सुन कर ये सोचना कि काश मैंने यह किया होता.' मैडोना ने पिछले वर्ष एक शो के दौरान ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने की घटना (क्रूसीफिक्शन) का अभिनय किया था जिस पर काफ़ी विवाद हुआ. हालाँकि वो इसका बचाव करती हैं. उनका कहना है, "हम सभी को यीशू की तरह होने की ज़रूरत है." इस शो के दौरान अफ़्रीका के वैसे अनाथ बच्चों का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया था जिनके माता-पिता एड्स से मरे थे. मैडोना ने दावा किया कि उनका इरादा विवादों में पड़ने का नहीं था. उन्होंने कहा, "ईसा मसीह का संदेश था कि अपने पड़ोसियों से प्यार करो और ये तो ऐसे लोग हैं जिन्हें मदद की ज़रूरत है." अपने बचाव में वो कहती हैं, "मैंने एक सशक्त तस्वीर के ज़रिए उस स्थिति की ओर ध्यान दिलाने की कोशिश की जिस ओर वाकई ध्यान देने की ज़रूरत है." | इससे जुड़ी ख़बरें मैडोना पर नज़र रखेंगे मानवाधिकार समूह02 दिसंबर, 2006 | पत्रिका कम नहीं हो रही है मैडोना की मुसीबत22 अक्तूबर, 2006 | पत्रिका गोद लेना मैडोना के गले की हड्डी बनी16 अक्तूबर, 2006 | पत्रिका विवादित शो में मैडोना का पोप को निमंत्रण06 अगस्त, 2006 | पत्रिका सलीब पर टँगने वाले दृश्य के लिए निंदा03 अगस्त, 2006 | पत्रिका पॉप स्टार मैडोना का नया प्यार20 जुलाई, 2005 | पत्रिका | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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