शुक्रवार, 04 अगस्त, 2006 को 11:07 GMT तक के समाचार
कोमल नाहटा
वरिष्ठ फ़िल्म पत्रकार
करण जौहर की फ़िल्म कभी अलविदा ना कहना में प्रमुख भूमिका निभा रहे शाहरुख़ ख़ान का कहना है कि अभिषेक बच्चन ने फ़िल्म में सबसे अच्छा काम किया है.
उन्होंने कहा कि इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन की भूमिका भी बहुत अच्छी है.
एक विशेष बातचीत में शाहरुख़ ने चुटकी लेते हुए कहा, "फ़िल्म में अमिताभ बच्चन अमरीका की मॉडलों के साथ इश्क़ फ़रमाते हैं. इस उम्र में ऐसी भूमिका मिलना कितनी अच्छी बात है."
शाहरुख़ ने कहा कि अभिषेक बच्चन बहुत अच्छे कलाकार बन चुके हैं और इस फ़िल्म में उनका काम सबसे ख़ूबसूरत है. इस फ़िल्म में रानी मुखर्जी और प्रीति ज़िंटा की भी अहम भूमिका है.
शाहरुख़ ने अपने अंदाज़ में इन दोनों के बारे में कहा, "रानी और प्रीति इस फ़िल्म में मेरा दायाँ और बाँया हाथ हैं. शूटिंग में जब वो दोनों मेरे साथ किसी सीन में नहीं होती थीं तो मुझे ऐसा लगता था कि मेरे हाथ काट दिए गए हैं."
कहानी
चालीस करोड़ से ज़्यादा की लागत में बनी ये फ़िल्म भारत में 11 अगस्त को रिलीज़ हो रही है. इस फ़िल्म के बारे में शाहरुख़ ने बताया, "ये फ़िल्म रिश्तों की कहानी है. पति-पत्नी के रिश्ते की. इस फ़िल्म में दो शादी-शुदा जोड़े हैं. एक प्रीति और मैं, दूसरा अभिषेक और रानी."
शाहरुख़ ख़ान का कहना है कि फ़िल्म में दोनों शादियाँ क़ामयाब नहीं हैं और कहानी में मोड़ उस समय आता है जब शाहरुख़ रानी मुखर्जी से प्यार करने लगते हैं.
इस फ़िल्म की शूटिंग अमरीका में हुई है. शाहरुख़ ने माना कि फ़िल्म की लंबी शूटिंग के दौरान महौल पिकनिक जैसा था.
शाहरुख़ ने बताया, "हम सभी एक ही होटल में रुके हुए थे. ज़्यादातर लोगों के कमरे एक ही फ़्लोर पर थे. यूँ मानिए कि हमने होटल को टेकओवर कर लिया था."
शाहरुख़ ने बताया कि सभी लोग उनके कमरे में आ जाते थे और खूब मस्ती करते थे.
कभी अलविदा ना कहना में शाहरुख़ ख़ान लंगड़ा कर चलते हैं और इस कारण उन्हें फ़िल्म में नाचने का मौक़ा भी नहीं मिला. तो क्या उन्होंने नाचना मिस किया?
डांस
शाहरुख़ ने फिर चुटकी ली और कहा, "करण को अब पता चल गया है कि मुझे डांस अच्छा नहीं आता. इसलिए उन्होंने फ़िल्म में मुझे लंगड़ा बना दिया. ताकि मैं साइड में चुपचाप खड़े होकर दूसरों को डांस करते देखूँ."
बाद में शाहरुख़ ने कहा कि वैसे वे डांस करने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें डांस करना पसंद नहीं. उन्होंने बताया कि इस फ़िल्म में उन्होंने एक पैर पर नाचने की कोशिश की थी लेकिन वे नीचे गिर गए थे.
जिन्होंने कभी अलविदा ना कहना की ट्रायल देखी है, उनका कहना है कि इस फ़िल्म से शाहरुख़ ख़ान का ग्राफ़ और ऊपर जाएगा.
करण जौहर के बारे में शाहरुख़ ने कहा, "करण, आदित्य चोपड़ा और अज़ीज़ मिर्ज़ा- ये तीन ऐसे फ़िल्मकार हैं जिनसे कहानी सुने बिना मैं फ़िल्म साइन कर देता हूँ."
शाहरुख़ ने करण जौहर की निर्देशित कुछ-कुछ होता है और कभी ख़ुशी कभी ग़म में काम किया. इसके अलावा उनके बैनर की फ़िल्म कल हो ना हो और काल में भी उन्होंने अभिनय किया.
एक लेखक के तौर पर भी शाहरुख़ ने करण की जम कर सराहना की. उन्होंने कहा कि करण जैसा बेहतरीन लेखक बॉलीवुड में नहीं है. उनके जैसी कहानी कोई नहीं लिख सकता.
इसलिए शाहरुख़ ख़ान आप, करण जौहर को कभी अलविदा ना कहना.