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देसी सिनेमा का समारोह न्यूयॉर्क में | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के निर्देशकों की फिल्मों पर आधारित एक वार्षिक फिल्म महोत्सव गुरूवार से शुरू हुआ है. इस महोत्सव में बहुत से नए कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौक़ा भी मिल रहा है. कुछ चर्चित फिल्मकारों की फिल्मों में सबसे अहम है गुरिंदर चड्ढा की बहुचर्चित फिल्म ‘ब्राइड एंड प्रेज्युडिस’ जिसकी नायिका हैं ऐश्वर्या राय. यह फिल्म अभी अमरीका में रिलीज़ नहीं हुई है लेकिन लोगों को इस समारोह में इसे देखने का मौका ज़रूर मिल जाएगा. इसके अलावा महेश दत्तानी के निर्देशन में बनी एक फिल्म ‘मार्निंग रागा’ या सुबह का राग भी इस फिल्म महोत्सव में दिखाई जा रही है. इस फिल्म में अँग्रेज़ी और तेलुगु भाषा का इस्तेमाल किया गया है. इसमें मुख्य भूमिका निभा रही हैं शबाना आज़मी और इसकी कहानी दक्षिण भारत के एक गाँव के बारे में है. इस फिल्म में कर्नाटक और पाश्चात्य संगीत का बेहतरीन मिश्रण किया गया है. मुद्दे-विषय कई भारतीय मूल के फिल्मकार अमरीका के विभिन्न शहरों में रहते हैं और उनमें भारत के बारे में या देश से बाहर रहने वाले भारतीय समुदाय से जुड़े विषयों पर आधारित फिल्में बनाने का चलन बढ़ता जा रहा है. इसी तरह के मुद्दों पर ये फिल्मकार अपना नज़रिया दर्शकों के सामने रखते हैं.
लॉस एंजेल्स में रहने वाले जगमोहन मूंदड़ा की अँग्रेज़ी भाषा में बनाई गई फिल्म ‘बैक वाटर्स’ भी इस महोत्सव में दिखाई जाएगी. इस फिल्म की कहानी भारत के केरल राज्य में केंद्रित है. इसमें दो अँग्रेज़ कलाकार तमज़ीन आउथवेट और जेसन फ़्लेमिंग मुख्य भूमिका में हैं और बॉलीवुड के गुलशन ग्रोवर और मिलंद गुनाजी भी एस फिल्म में दिखाई देंगे. मूंदड़ा इस फ़िल्म को हिंदी में भी बनाने का इरादा रखते हैं. दो साल पहले मूंदड़ा की फ़िल्म ‘बवंडर’ को काफी पसंद किया गया था जिसमे नंदिता दास ने मुख्य भूमिका निभाई थी. कई भाषाएँ निखिल कामकोलकर की अँग्रेज़ी भाषा में बनी ‘इंडियन काउबॉय’ भी काफी चर्चा में है. इस फिल्म में भारतीय मूल की अभिनेत्री शीतल सेठ मुख्य भूमिका निभा रही हैं.
न्यू जर्सी में जन्मी शीतल सेठ ने ‘ए बी सी डी’ और ‘अमेरिकन चाय’ जैसी चर्चित फिल्मों में भी काम किया था. इस चौथे वार्षिक फिल्म समारोह में दिखाई जाने वाली तरह-तरह की फिल्मों का मज़ा लेने के लिए दक्षिण एशियाई मूल के लोग काफी उत्साहित हैं. मैनहैटन के कोर्टहाउस थिएटर में पूरे महोत्सव के दौरान फिल्म प्रेमियों का भारी जमघट लगा रहता है. इस समारोह में बंगाली भाषा की अमित दत्त की ‘संडे आफ़्टर्नून’, हिंदी और अँग्रेज़ी भाषा में बनी हैदर बिलग्रामी की ‘बंधक’ और बप्पादित्य रोय की ‘सौ झूठ एक सच’ भी शामिल हैं. इसके अलावा छोटी फिल्मों की श्रेणी में भी एक दर्जन से भी ज़्यादा फिल्मों को दर्शाया जा रहा है. |
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