बुधवार, 20 अक्तूबर, 2004 को 00:53 GMT तक के समाचार
एलन हॉलिंगहर्स्ट को साहित्य जगत का ब्रिटेन का सर्वाधिक प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार दिया गया है.
उन्हें ये पुरस्कार उनके उपन्यास ‘द लाइन ऑफ़ ब्यूटी’ के लिए दिया गया है.
इनाम के तौर पर 50 हज़ार पाउंड दिए जाते हैं जो लगभग 40 लाख रूपए के बराबर है.
एलन हॉलिंगहर्स्ट के लिए ये एक बड़ी जीत थी. 'लाइन ऑफ़ ब्यूटी' उनका चौथा उपन्यास है और ये एक युवा समलैंगिक की कहानी है जो कि 1980 के दशक में ब्रिटेन में रहता है.
समलैंगिकों से जुड़ी ये पहली काल्पनिक कहानी है जिसे बुकर पुरस्कार दिया गया है जिसके बारे में जजों का कहना था कि ये काफ़ी अच्छी तरह से लिखी गई कहानी है.
वैसे हॉलिंगहर्स्ट का कहना था कि वह ये पुरस्कार पाकर ख़ुश तो हुए हैं मगर ये उन्हें आश्चर्यचकित करने वाला भी है.
अगर आप बुकर के इतिहास पर नज़र डालें तो आप देख सकते हैं कि इससे जुड़ी जो सबसे निश्चित बात है वो है इसकी अनिश्चितता, कोई नहीं बता सकता कि पुरस्कार किसे मिलेगा.
उनका कहना था कि निश्चित रूप से ये काफ़ी रोमाँचक है और एक तरह से ज़िंदग़ी बदल देने वाला भी.
वैसे इस पुरस्कार के लिए मुक़ाबला काफ़ी कड़ा था. डेविड मिशेल की पुस्तक 'क्लाउड एटलस' को इस पुरस्कार का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था.
निर्णायकों के प्रमुख और ब्रिटेन के पूर्व संस्कृति मंत्री क्रिस स्मिथ ने कहा कि जिन पुस्तकों का अंतिम रूप से चयन किया गया था उनमें से विजेता का चयन करने में दो घंटे का समय लगा और कई बार मतदान तक कराना पडा.
उनका कहना था, “ये छह बेहतरीन पुस्तकें थीं और एक के बारे में फ़ैसला करना काफ़ी मुश्किल काम था. मुझे लगता है कि हमने इनमें से एक अच्छा विजेता ही चुना है मगर इसे लेकर काफ़ी बहस हुई.”
अब इसके बाद एलन हॉलिंगहर्स्ट अपनी पहचान को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं और उनकी पुस्तकों की बिक्री भी अब काफ़ी बढ़ जाएगी.
उन्हें जो 50,000 पाउंड पुरस्कार के मिले हैं उसके बारे में उनका कहना है कि अभी उन्होंने इस बात का फ़ैसला नहीं किया है कि वह ये धन कैसे ख़र्च करेंगे.