अमिताभ बच्चन के लिए एक और सम्मान. उन्हें संयुक्त राष्ट्र बालकोष यानी यूनिसेफ़ ने अपना सदभावना दूत नियुक्त किया है.
इस पद के ज़रिए वह भारत और दुनिया भर के बच्चों के अधिकारों को सामने लाने में मदद देंगे.
अमिताभ बच्चन का कहना है, "इस सम्मान से मैं बहुत ख़ुश हूँ".
यूनिसेफ़ की विज्ञप्ति के मुताबिक वह समय-समय पर बच्चों से जुड़े मामलों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे.
इनमें एचआईवी एड्स, पोलियो और अशिक्षा जैसे विषय शामिल हैं.
यूनिसेफ़ की प्रतिनिधि का कहना है, "जब अमिताभ बच्चन बोलेंगे तो ज़ाहिर है लोग उन्हें ध्यान से सुनेंगे".
अमिताभ बच्चन को मिले अनेक सम्मानों में यह ख़िताब और जुड़ गया है.
अमिताभ सरकार के पोलियो-उन्मूलन कार्यक्रम में काफ़ी सक्रिय रहे हैं.
उन्होंने कई ऐसे विज्ञापनों में काम किया जिनमें लोगों को पोलियो के ख़तरे के प्रति जागरूक किया गया और टीका लगाए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया.
यूनिसेफ़ पहले भी कई फ़िल्मी सितारों को अपना सदभावना दूत बना चुका है.
इनमें हॉलीवुड के अभिनेता रोजर मूर और अभिनेत्री वेनेसा रेडग्रेव शामिल हैं.
लेकिन पहली बार भारतीय फ़िल्मों के किसी कलाकार को यह सम्मान मिला है.