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हैरी पॉटर अब भारतीय भाषाओं में भी
हैरी पॉटर ने ब्रिटेन और यूरोप ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है. अब भारतीय भाषाओं में भी लोग इसे पढ़ सकेंगे. तहलका इतना मचा कि इस चरित्र को जब उपन्यास के रूप में पेश किया गया तो लोग उसे ख़रीदने के लिए इतने उतावले हुए कि दुकानों पर लंबी क़तारें देखी गईं. हैरी पॉटर चरित्र इतना लोकप्रिय हुआ कि इस चरित्र को जन्म देने वाली लेखिका जेके रॉलिंग ब्रिटेन के सबसे अमीर लोगों में अपने नाम दर्ज करा चुकी हैं उनकी संपत्ति महारानी से भी ज़्यादा हो चुकी है. हैरी पॉटर की लोकप्रियता को देखते हुए अब भारत में भी इस उपन्यास को प्रकाशित किया जा रहा और इसे हिंदी के अलावा गुजराती, मराठी और मलयालम जैसी भाषाओं में भी छापा जा रहा है. इस श्रंखला के हैरी पॉटर एंड द ऑर्डर ऑफ़ द फ़ीनिक्स उपन्यास भारत में जारी होने के एक पखवाड़े में ही क़रीब एक लाख बीस हज़ार प्रतियाँ बिकी थीं. भारत में अब हैरी पॉटर श्रंखला के एक उपन्यास 'द फ़िलोसॉफ़र स्टोन' को अगले महीने हिंदी में बाज़ार में उतारा जा रहा है और यह बीड़ा उठाया है मंजुल प्रकाशन ने. बाल दिवस अगले महीने 14 तारीख़ यानी बाल दिवस के मौक़े पर यह उपन्यास बाज़ार में उपलब्ध होगा.
रखेजा ने बताया कि इस उपन्यास को छापने के अधिकार लेने के लिए भारत के बहुत से प्रकाशक लाइन में लगे थे लेकिन कामयाबी उन्हें मिल गई. "मैं लेखिका जेके रॉलिंग के साहित्यिक एजेंस से मुलाक़ात करने में कामयाब हो गया और बस हमारा सौदा हो गया." हैली पॉटर के एक 16 वर्षीय लड़के कुलदीप कुलश्रेष्ठ का कहना था कि जो बच्चे यह फ़िल्म नहीं देख सकते या अंग्रेज़ी में उपन्यास नहीं पढ़ सकते वे हिंदी में होने से इस अनोखे चरित्र के जादू का आनंद उठा सकेंगे. प्रकाशक रखेजा का कहना है कि चूँकि यह उपन्यास ख़ासतौर से बच्चों के लिए ही है इसलिए बाल मानसिकता का ख़ास ध्यान रखा गया और अनुवादकों में एक 11 साल के बच्चे को भी शामिल किया गया. |
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