
कमल हासन और रजनीकांत शायद ये दोनों ही मात्र ऐसे कलाकार हैं जो मुख्यत: प्रादेशिक सिनेमा से होने के बावजूद भी पूरे भारत में जाने जाते हैं. अगर आप दक्षिण भारतीय सिनेमा के बारे में जानते हैं तो आपको ये भी पता होगा कि कमल हासन और रजनीकांत की दोस्ती कितनी गहरी है.
तो फिर किस बात पर कह रहे हैं कमल कि वो रजनीकांत को अपना प्रतिद्वंदी मानते हैं? इससे पहले कि आप कुछ और सोचें हम आपको बता देते हैं कि कमल क्या कहना चाह रहे हैं.
कमल कहते हैं, ''रजनीकांत कमाल के अभिनेता हैं और हम दोनों एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं. पर हम सिर्फ प्रतिद्वंदी ही नहीं हैं बल्कि बहुत अच्छे दोस्त भी हैं. सौभाग्य से हम दोनों ही के गुरु महान फिल्मकार के बालाचंदर रहे हैं. जैसे खेल में खिलाड़ी एक दूसरे के सामने होते हैं, मेरे और रजनी के बीच भी वैसी ही प्रतियोगिता है.''
शायद आपको ये जान कर थोड़ी बहुत हैरानी भी हो कि रजनीकांत ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत कमल हासन अभिनीत फिल्म 'अपूर्व रागंगल' से की थी. ये फिल्म साल 1975 में आई थी और इस फिल्म का निर्देशन के बालाचंदर ने ही किया था. बतौर मुख्य अभिनेता ये कमल की भी पहली फिल्म थी. इससे पहले उन्होंने फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर ही काम किया था.
वैसे 1975 की बात तो बहुत पुरानी हो गई, आज की बात कर लेते हैं. 11 जनवरी, 2013 को कमल हासन की बहुचर्चित फिल्म 'विश्वरूप' हिंदी, तमिल और तेलुगू भाषा में रिलीज़ हो रही है. फिल्म की कहानी भी कमल की है और निर्देशन भी. तो किस तरह की फिल्म है ये?
विश्वरूप - सस्पेंस थ्रिलर
"मैं और शेखर कई सालों से साथ काम करना चाह रहे थे. हमने तय किया था कि हम एक दूसरे की फिल्म में काम करेंगे लेकिन ये बात टलती रही. इस बार तो मैंने जिद्द ही पकड़ ली. मैंने शेखर से कहा कि या तो आप मेरी फिल्म में काम करो या फिर मैं आपकी में करूंगा, वो झट से मान गए."
कमल हासन
इस सवाल का जवाब देते हुए कमल कहते हैं, ''मैं फिल्म के बारे में ज्यादा नहीं बोल सकता क्योंकि ये एक सस्पेंस थ्रिलर है. अगर, मैंने फिल्म की कहानी कहना शुरू कर दिया तो काफी कुछ पता चल जाएगा.''
चलिए फिल्म की कहानी क्या है ये तो 11 जनवरी को पता चल ही जाएगा लेकिन एक और बात है जिसका खुलासा अभी हो सकता है. फिल्म में अपने किरदार को बख़ूबी निभाने के लिए कमल ने कत्थक सम्राट बिरजू महाराज से ट्रेनिग ली. तो कैसा रहा ये अनुभव?
इस सवाल का जवाब देते हुए कमल कहते हैं, ''मैं अपने अनुभव को शब्दों में बयान नहीं कर सकता. मैं हमेशा से ही उनका प्रशंसक रहा हूं. मेरे लिए ये बड़े गर्व की बात थी जब उन्होंने मेरे डांस की तारीफ की. वो इस बात से भी हैरान थे कि मैंने कैसे उनके स्टाइल को अपनाया है.''
नृत्य तो नृत्य 'विश्वरूप' के कुछ गाने भी गाए हैं कमल ने. और तो और इस फिल्म में एक लम्बे समय के बाद नज़र आएंगे फिल्मकार शेखर कपूर. तो शेखर को कैसे मनाया कमल ने फिल्म के लिए.
इस सवाल के जवाब में कमल कहते हैं, ''मैं और शेखर कई सालों से साथ काम करना चाह रहे थे. हमने तय किया था कि हम एक दूसरे की फिल्म में काम करेंगे लेकिन ये बात टलती रही. इस बार तो मैंने जिद्द ही पकड़ ली. मैंने शेखर से कहा कि या तो आप मेरी फिल्म में काम करो या फिर मैं आपकी में करूंगा, वो झट से मान गए.''









