सुशांत सिंह राजपूत: कत्ल नहीं खुदकुशी थी एक्टर की मौत, जो बातें अब तक मालूम हैं

सुशांत सिंह राजपूत

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एम्स के फॉरेंसिंक मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को हत्या नहीं बताया है.

एम्स का यह फॉरेंसिंक मेडिकल बोर्ड सुशांत के मामले की जांच के लिए बनाई गई थी जिसमें सात डॉक्टर शामिल थे.

बोर्ड ने अपने निष्कर्षों से सीबीआई को अवगत करा दिया है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच सीबीआई कर रही है.

14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा के अपने घर में मृत पाए गए थे.

इसके बाद उनकी मौत को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए कि क्या वाकई में उनकी मौत आत्महत्या की वजह से हुई है या फिर उनकी हत्या हुई है.

आइए देखते हैं कि इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ और मामला कहाँ तक पहुँचा है.

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जो बातें अब तक मालूम है

मुंबई पुलिस की जांच से असंतुष्ट लोगों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की जिसे मान इस मामले को सीबीआई को 19 अगस्त को सौंप दिया गया था. लेकिन इससे पहले इस मामले की जांच को लेकर बिहार और मुंबई पुलिस के बीच टकराव खुलकर सामने आया.

इस मामले की जाँच के लिए पटना से मुंबई पहुंचे बिहार पुलिस के अधिकारी आईपीएस विनय तिवारी को बीएमसी की ओर से क्वारंटीन सेंटर भेज दिया था जिसे लेकर बिहार के तब डीजीपी रहे गुप्तेश्वर पांडेय हमलावर हो गए थे और उनहोंने इसकी निंदा की थी.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बीएमसी की इस कार्रवाई को ग़ैर-ज़रूरी बताया था.

इन्हीं वजहों से सुशांत के पिता की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट विकास सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए. अगर मुंबई पुलिस इस तरह से निष्पक्ष जांच में बाधा पहुंचाती हैं तो सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के पास केवल एक ही विकल्प बचता है कि इस मामले की जांच सीबीआई करे."

दरअसल सुशांत के पिता की ओर से पटना में 25 जुलाई को दर्ज कराई गई एफ़आईआर में सुशांत की दोस्त और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के ख़िलाफ़ पैसा ऐंठने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था.

रिया चक्रवर्ती

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पिता का आरोप

सुशांत के पिता का आरोप है कि उनके बेटे की मौत रिया के कारण हुई है.

सुशांत के पिता ने एक वीडियो संदेश में यही भी कहा था कि, "25 फरवरी को मैंने बांद्रा पुलिस को बताया था कि वो ख़तरे में है. 14 जून को उसकी मौत हो गई. मैंने पुलिस से उन लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की मांग की है जिनके नाम 25 फरवरी की शिकायत में लिए गए थे. लेकिन सुशांत की मौत के 40 दिनों बाद भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसलिए मैंने पटना में एफ़आईआर किया."

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह की एफ़आईआर में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवारवालों के अलावा छह अन्य लोगों को नामजद किया गया है.

रिया चक्रवर्ती ने पटना पुलिस के पास दायर की गई एफ़आईआर को मुंबई ट्रांसफ़र कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

मुंबई के पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने बिहार पुलिस के साथ सहयोग न करने के सवाल को खारिज किया.

उन्होंने कहा था, "मुंबई पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है. सभी संभावित कारणों को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है. सुशांत बायपोलर डिसऑर्डर के मरीज़ थे और उनका इलाज चल रहा था. किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई, ये हमारे जांच का विषय है."

"एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद इस मामले में जांच जारी है और अभी तक मुंबई पुलिस ने 56 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. सुशांत की बहनों के भी बयान दर्ज किए गए हैं."

सुशांत सिंह राजपूत और रिया चक्रवर्ती

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बिहार पुलिस की एफ़आईआर

सुशांत के पिता ने अपनी एफ़आईआर सुशांत के पैसे के गबन का भी आरोप लगाया है. बिहार के तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मुंबई पुलिस पर पैसे के लेनदेन के एंगल से मामले की जांच न करने का आरोप लगाया था.

उन्होंने कहा, "पिछले चार साल में सुशांत के बैंक खाते में 50 करोड़ रुपये निकाले गए. अकेले पिछले साल उनके खाते से 15 करोड़ रुपये निकाले गए. क्या इस महत्वपूर्ण पहलू की जांच नहीं की जानी चाहिए."

हालांकि इन आरोपों पर मुंबई के पुलिस कमिश्नर का कहना है, "बिहार पुलिस की एफ़आईआर के मुताबिक़ सुशांत के खाते से 15 करोड़ रुपये का गबन किया गया. जांच के दौरान हमने पाया कि उनके बैंक खाते में 18 करोड़ रुपये थे जिसमें से 4.5 करोड़ रुपये अभी भी मौजूद हैं."

पैसे के इस लेनदेन और गबन से जुड़े आरोपों की जांच फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है. बिहार पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने सुशांत सिंह राजपूत के चार्टर्ड एकाउंटेंट से पूछताछ भी की.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ ईडी ने सुशांत के वित्तीय लेनदेन की जानकारी लेने के लिए पिछले एक साल से उनका काम संभाल रहे सीए संदीप श्रीधर से पूछताछ की.

कंगना रनौत

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भाई-भतीजावाद का मुद्दा

अभिनेत्री कंगना रनौत समेत कई कलाकारों ने इस दौरान बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद का मुद्दा उठाया जिसे लेकर मुंबई पुलिस ने कई निर्माता-निर्देशकों से पूछताछ भी की.

सुशांत की मौत के तक़रीबन एक महीने बाद कंगना रनौत ने एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में फ़िल्म इंडस्ट्री के कुछ दिग्गज निर्माता-निर्देशकों पर कुछ गंभीर आरोप लगाए जो कंगना के अनुसार सुशांत के आत्महत्या की वजह बनी.

इसके बाद बॉलीवुड की कई हस्तियों ने भाई-भतीजावाद के आरोपों को खारिज भी किया जिससे बॉलीवुड इस मुद्दे को लेकर दो धड़ों में बंटा दिखा. कंगना ने महाराष्ट्र सरकार के ऊपर भी कई तरह के आरोप लगाए जिसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली.

रिया चक्रवर्ती

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ड्रग का एंगल

इसके बाद सुशांत की मौत के मामले में सितंबर आते-आते ड्रग का एंगल भी सामने आया जिसकी पड़ताल में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने कई लोगों से पूछताछ हुई और 8 सितंबर को रिया की गिरफ़्तारी हुई. इसके बाद रिया चक्रवर्ती को 22 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के लिए ड्रग का इंतज़ाम करने और उस दौरान पैसे के लेन-देन का आरोप लगा. रिया को एनडीपीएस एक्ट की धारा 8C, 22, 27A 28 और 29 के तहत गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें ड्रग्स की तस्करी, ड्रग्स लेने के लिए बरगलाने और षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप है.

चार सिंतबर को रिया के भाई शौविक को भी एनडीपीएस एक्ट के तहत ही गिरफ़्तार किया गया था.

रिया चक्रवर्ती की शिकायत पर सुशांत सिंह राजपूत की बहन प्रियंका सिंह, दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर तरुण कुमार और अन्य के ख़िलाफ़ आईपीसी और एनडीपीएस एक्ट के तहत मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफ़आईआर दर्ज की गई.

बांद्रा पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने, धोखाधड़ी और आपराधिक साज़िश रचने का केस दर्ज किया.

सुशांत सिंह राजपूत

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फ़र्ज़ी प्रिस्क्रिप्शन का मामला

अपनी शिकायत में रिया ने लिखा था कि आठ जून को सुशांत ने उन्हें अपनी बहन के साथ मोबाइल पर मैसेजेज़ के ज़रिए हुई बातचीत को दिखाया था और उसमें उनकी बहन ने उन्हें कुछ दवाएं लेने के लिए कहा था.

रिया के मुताबिक़ उन्होंने सुशांत को समझाने की कोशिश की थी कि उन्हें सिर्फ़ वही दवाएं लेनी चाहिए जो उनके डॉक्टरों ने उन्हें बताया था और उन्हें अपनी बहन के ज़रिए बताई गई दवाएं तो बिल्कुल भी नहीं लेनी चाहिए क्योंकि उनके (सुशांत की बहन) पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है.

रिया ने अपनी शिकायत में लिखा था कि सुशांत सिंह की बहन ने डॉक्टर तरुण कुमार से फ़र्ज़ी प्रिस्क्रिप्शन बनवाया था.

एनसीबी ने अब तक रिया और उनके भाई समेत कुल 10 लोगों की गिरफ्त़ारी की है. इन 10 लोगों में सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा, सुशांत के स्टाफ़ दीपेश सावंत समेत ड्रग सप्लायर ज़ैद विलातरा, बासित परिहार, अनुज केसवानी, कैज़ान इब्राहिम, अब्बास अली लखानी और कर्ण अरोड़ा शामिल हैं.

सीबीआई की जांच में क्या कुछ निकला है या फिर किस दिशा में जाँच जा रही है, इस पर खुल कर कभी कुछ नहीं बताया गया है.

सुशांत सिंह राजपूत

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सीबीआई जांच की स्थिति

सीबीआई ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इतना ज़रूर कहा है, "सीबीआई नियमों के मुताबिक़ बड़े ही पेशेवर तरीके से सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जाँच कर रही है. कुछ मीडिया रिपोर्ट को सीबीआई के हवाले से बता कर पेश किया जा रहा है, जो मनगढ़ंत है और तथ्यों पर आधारित नहीं है. सीबीआई की पॉलिसी के मुताबिक़, जब जाँच चल रही होती है तो केस से जुड़ी कोई जानकारी हम शेयर नहीं करते."

"न तो सीबीआई के प्रवक्ता और न ही जाँच से जुड़े किसी भी अधिकारी ने कोई जाँच से जुड़ी कोई जानकारी मीडिया से शेयर की है. सीबीआई के हवाले से चल रही सभी जानकारी निराधार है. मीडिया से अनुरोध है कि सीबीआई को कोट करने से पहले प्रवक्ता से उस ख़बर की पुष्टि ज़रूर कर लें."

सीबीआई जांच को लेकर हाल में सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा कि सुशांत का परिवार जाँच की दिशा और रफ़्तार से ख़ुश नहीं है.

शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, "परिवार को कुछ दिनों से ये अहसास हो रहा है कि कहीं न कहीं इस जाँच को ग़लत दिशा में ले जाया जा रहा है, जहां से सारी बातें साफ़ नहीं हो रही हैं."

"इस तरह के मामलों में ज़्यादातर सीबीआई प्रेस स्टेटमेंट देती है. आज तक एक भी प्रेस स्टेटमेंट उनकी तरफ़ से नहीं आया है. ये एक गंभीर बात है. आज के दिन तक उन्होंने क्या पाया है क्या नहीं पाया है कम से कम इसका तो ख़ुलासा करें"

उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में देरी की जा रही है. सिंह के मुताबिक़ एम्स के एक डॉक्टर ने उन्हें बताया था कि सुशांत की हत्या की गई है लेकिन आज 3 अक्टूबर को एम्स ने यह साफ किया है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत कि मौत हत्या का मामला नहीं है.

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