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मॉडल जो मर्द, औरत दोनों के कपड़े पहनता है
- Author, वंदना
- पदनाम, बीबीसी संवाददाता, दिल्ली
"मेरा इरादा है कि मैं ऐसे देशों में जाकर पहला जेंडर न्यूट्रल मॉडल बनूँ, जहाँ समलैंगिकता पर पाबंदी है. ये मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं."
वैसे तो 23 साल के मॉडल पेत्र नितका इसे क्रेज़ी आइडिया मानते हैं पर उनका इरादा पक्का है. इस बार वे फ़ैशन शो के लिए मुंबई आ रहे हैं.
ये शायद पहली दफ़ा होगा कि भारत में कोई जेंडर न्यूट्रल मॉडल रैंप पर दिखेगा.
चेक गणराज्य में जन्मे पेत्र नितका दुनिया के चंद जेंडर न्यूट्रल मॉडल में एक हैं. वह पुरुष और औरत - दोनों के लिबास पहन कर मॉडलिंग करते हैं.
जेंडर न्यूट्रल मॉडल दूसरों से अलग कैसे ?
आख़िर जेंडर न्यूट्रल मॉडल होता क्या है? जब ये सवाल मैने ख़ुद पेत्र से पूछा तो उनका जवाब था, "इसका मतलब ये है कि आप दोनों जेंडर या लिंग से अपने आपको जुड़ा हुआ महसूस करते हैं. मैं भी ऐसा ही हूँ. और मैं अपने बदन में कोई बदलाव नहीं चाहता."
नितका बताते हैं, "मैं बचपन से ही थोड़ा अलग था. मैं उन खिलौनों से नहीं खेलता था जिनसे बाक़ी लड़के खेला करते थे. मुझे मेकअप और फ़ैशन पसंद था. लेकिन मुझे बड़ा ख़राब लगता था कि मैं मेकअप नहीं कर सकता था. "
वो कहते हैं, "जब थोड़ा बड़ा हुआ तो सोचने लगा कि क्या मैं गे हूँ या ट्रांससेक्शुअल हूँ. लेकिन मैं किसी हालत में अपना सेक्स बदलना नहीं चाहता था. मुझे अहसास हुआ कि मैं शायद बाईसेक्शुअल की तरह हूँ."
समलैंगकिता अब भी बड़ा सवाल
नितका से बात करो तो सवालों के जवाब में उनके पास सवालों की फ़ेहरिस्त रहती है.
मसलन, क्यों गे या समलैंगिक लोग बच्चे गोद नहीं ले सकते? अनाथालय में रहने से बेहतर नहीं कि बच्चे दो माओं के साथ रहें तो उनके पास दो-दो पिता हों? मेट्रीमोनियल वेबसाइट समलैंगिकों के लिए क्यों ना हो? क्यों सऊदी महिलाएँ गाड़ियाँ नहीं चला सकतीं? क्यों दुनिया में नस्लवादी लोग भरे हुए हैं?
नितका के मन में शुरू से ही मॉडल बनने का ख़्वाब था.
इसी दौरान उन्हें भरतन गंगाथरन नाम के फ़ोटोग्राफ़र के साथ पर्थ में फ़ोटोशूट का मौक़ा मिला, जो एक फ़ैशन मैगज़ीन में छपी.
इन तस्वीरों को देखकर उन्हें एहसास हुआ वो बाकियों से अलग एक जेंडर न्यूट्रल मॉडल हैं- जिनके नैन नक़्श महिलाओं जैसे हैं.
क्या पेत्र नितका को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है?
इस पर नितका का अपना फ़लसफ़ा है. उनका कहना है, "ऐसे लोग हमेशा रहेंगे जिन्हें मेरे काम से नफ़रत होगी. पर मैं हमेशा कहता हूँ कि अगर कोई नफ़रत से भरा है तो ज़रूर वह ज़िंदगी में बहुत नाख़ुश होगा."
पेत्र के माता-पिता बचपन में ही अलग हो गए थे. पेत्र कहते हैं कि उनकी माँ उनकी बेस्ट फ्रेंड रही हैं और परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया है.
'भारतीय मर्द होते हैं हैंडसम'
अब नितका पहली बार भारत आ रहे हैं और भारतीय क़ानून के तहत समलैंगिकता अपराध है.
नितका ने बताया कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो यह कबूल करने से डरते हैं कि वो गे हैं या ट्रांससेक्शुअल हैं और कई भारतीयों ने उन्हें संदेश भेजे हैं कि वो उनसे मिलना चाहते हैं.
उत्साहित नितका कहते हैं, "मैं असल भारत देखना चाहता हूँ, होटलों में दिखने वाला भारत नहीं. बाज़ारों में जाकर घूमना चाहता हूँ. और हाँ सुना है भारतीय मर्द बहुत हैंडसम होते हैं."
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