http://www.bbcchindi.com

बुधवार, 07 जनवरी, 2009 को 07:33 GMT तक के समाचार

सत्यम की सनसनीखेज़ सत्यकथा

भारत की अग्रणी सॉफ़्टवेयर कंपनी सत्यम के चेयरमैन रामालिंगा राजू ने कंपनी में 'फ़र्ज़ीवाड़े' की बात स्वीकार की है.

रामालिंगा राजू ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है और इसकी सूचना बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दे दी है.

उनकी घोषणा के बाद शेयर बाज़ार में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

राजू के इस्तीफ़े के बाद वर्तमान अध्यक्ष राम मायनमपति को कंपनी का कार्यकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है.

फ़र्ज़ीवाड़े के लिए अपनी ग़लती स्वीकार करते हुए राजू ने कहा है कि वे किसी भी क़ानूनी कार्रवाई को स्वीकार करेंगे.

पिछले कुछ दिनों से सत्यम कंप्यूटर्स पर कई तरह के आरोप लग रहे थे.

विश्व बैंक ने हाल ही में कंपनी के साथ करार ख़त्म करने की घोषणा की थी जिससे फ़ॉर्च्यून 500 कंपनियों में शुमार और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध इस कंपनी की साख़ पर बट्टा लगा था.

लेकिन कंपनी में फ़र्ज़ीवाड़े की ख़बर आने के बाद बुधवार को सत्यम के शेयरों में 70 फ़ीसदी की रिकॉर्ड गिरावट आई है.

धोखाधड़ी

कंपनी के चेयरमैन रामालिंगा राजू ने स्वीकार किया है कि पिछले कई वर्षों से सत्यम के जो नतीजे दिए जा रहे थे उनमें मुनाफ़े को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा था.

ये आँकड़ा लगभग एक अरब डॉलर से ज़्यादा का है. उन्होंने बीएसई को दी सूचना में कहा है कि कंपनी ने अपने खातों में पाँच हज़ार 40 करोड़ रूपए ग़लत तरीके से दिखाए और इस पर 376 करोड़ रूपए का ब्याज भी दिखाया गया जो था ही नहीं.

अहम बात ये है कि सत्यम में राजू और उनके परिजनों की हिस्सेदारी सिर्फ़ 3.6 फ़ीसदी है.

इसके साथ ही उन पर सत्यम के पैसे से अपने बेटों की कंपनियों को मदद देने के आरोप लगे थे.

सत्यम ने हाल ही में दो निर्माण कंपनियों को ख़रीदा था जिनमें मायटास को लेकर चर्चा गर्म थी. मायटास में राजू के एक बेटे की मालिकाना भागीदारी है.

विश्लेषकों का कहना था कि सॉफ़्टवेयर और बीपीओ कंपनी होने के नाते सत्यम का मायटास को ख़रीदना कहीं से भी बुद्धिमानी भरा क़दम नहीं है.

सत्यम के चेयरमैन रामालिंगा राजू ने बीएसई को दी गई सूचना में कहा है, "कंपनी के लेखे-जोखे में जो अंतर दिखाई दे रहा है वो पिछले कई वर्षों से मुनाफ़े को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाने के कारण हुआ है."

बाज़ार का हाल

सत्यम का फ़र्ज़ीवाड़ा सामने आने के बाद बुधवार को शेयर बाज़ार में भारी बिकवाली हुई और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 749 अंक गिरकर एक बार फिर दस हज़ार के नीचे चला गया.

हालांकि सुबह जब कारोबार शुरु हुआ तो संवेदी सूचकांक में 133.79 अंकों की बढ़त देखी गई थी लेकिन बाज़ार बंद होते तक इसमें 749.05 अंकों की गिरावट आ गई थी और बाज़ार 9586.88 अंकों के साथ बंद हुआ.

सत्यम कंप्यूटर्स के शेयरों की क़ीमत मंगलवार को 178.95 रुपए थी लेकिन चेयरमैन रामालिंगा राजू के इस्तीफ़े की ख़बर के बाद इसकी क़ीमत 40.25 रुपए रह गई थी.

रामालिंगा राजू ने फ़र्जीवाड़ा स्वीकार करते हुए ऐसे समय में इस्तीफ़ा दिया है जब 10 जनवरी को कंपनी की बोर्ड मीटिंग होने वाली थी.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों के संवेदी सूचकांक निफ़्टी में भी गिरावट दर्ज की गई और बाज़ार 2920.40 पर बंद हुआ.

सत्यम कंप्यूटर सर्विस लिमिटेड से चेयरमैन बी रामालिंगा राजू के इस्तीफ़े के बाद राम मायनमपति को कंपनी का अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है.

कंपनी के हैदाराबाद स्थित मुख्यालय में राम मायनमपति के साथ सभी बड़े पदाधिकारी बुधवार को दिनभर इस गड़बड़ी से निकलने का रास्ता तलाशते रहे.