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तेल की क़ीमत सौ डॉलर से नीचे
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दुनिया भर के बाज़ारों में तेल की क़ीमतों में पाँच डॉलर प्रति बैरल से अधिक की कमी आई है जिसके चलते छह महीने में पहली बार क़ीमतें
सौ डॉलर से नीचें पहुँच गई हैं.
अमरीका की शीर्ष निवेश बैंकों में से एक लीमैन ब्रदर्स के दिवालिया होने के साथ ही अमरीकी बाज़ारों में तेल की क़ीमतों में 5.47 डॉलर प्रति बैरल की कमी आई और वह 95.71 प्रति बैरल तक जा पहुँचा. लंदन के बाज़ार में भी भारी गिरावट आई और 5.20 की कमी के साथ वहाँ कच्चा तेल 92.38 डॉलर प्रति बैरल की दर से बिका. विश्लेषकों का कहना है कि तूफ़ान आइक से रिफ़ाइनरियों को वैसा नुक़सान नहीं हुआ जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था इसके चलते भी तेल की क़ीमतों में गिरावट आई है. लीमैन ब्रदर्स के दिवालिया होने के बाद अमरीका से ख़बर आई है कि मेरिल लिंच को बैंक ऑफ़ अमरीका ने ख़रीद लिया है. इन घटनाक्रमों के व्यापक वैश्विक असर के आसार दिखाई पड़ रहे हैं. सोमवार के इस घटनाक्रम के बाद मंगलवार को एशियाई पूंजी बाज़ार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में भी शेयर बाज़ार नीचे गिरे हैं लेकिन उनकी गिरावट एशियाई बाज़ारों की तुलना में कम है. भारतीय शेयर बाज़ार में भी गिरावट का रुख़ क़ायम है. |
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