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बुधवार, 04 अक्तूबर, 2006 को 01:48 GMT तक के समाचार

न्यूयॉर्क शेयर बाज़ार रिकॉर्ड ऊँचाई पर

तेल की क़ीमतों में जारी गिरावट के चलते न्यूयॉर्क शेयर बाज़ार का सूचकांक रिकॉर्ड ऊँचाई तक जा पहुँचा है और इसके छह साल पहले का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

छह साल पहले यानी वर्ष 2000 में डॉट कॉम उद्योग की तेज़ी के चलते रिकॉर्ड ऊँचाई तक पहुँचा था.

तेल की क़ीमतें पिछले सात महीने में सबसे निचले स्तर पर हैं और इसके चलते न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक मंगलवार को साठ अंक ऊपर चढ़ा.

जब बाज़ार बंद हुआ तो सूचकांक 11758.95 पर था.

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि तेल की घटती क़ीमतों से उपभोक्ता की खर्चने की ताक़त बढ़ सकती है और कार्पोरेट मुनाफ़ा कमा सकते हैं.

हालांकि शेयर बाज़ार में इस उछाल के बाद भी विश्लेषकों की राय चेतावनी भरी रही और यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि इसका अमरीकी अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा.

एडम्स हार्कनेस के डाउग जॉन्सटन ने कहा, "हमने अब तक की सबसे अधिक ऊँचाई तो छू ली लेकिन इसमें सबसे भारी सुधार भी हो सकता है और एक बार फिर सूचकांक नीचे जा सकते हैं."

इसी तरह एजी एडवर्ड्स एंड संस के विश्लेषक स्कॉट रेन का कहना था, "यह एक मनोवैज्ञानिक उछाल है लेकिन जहाँ तक बाज़ार का सवाल है तो उसके लिए शेयर बाज़ार एक छोटा पैमाना भर है."

उल्लेखनीय है कि अमरीकी बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत मंगलवार को 58.68 डॉलर पर बंद हुई.

याद रहे कि इससे पहले जनवरी 2000 में जब शेयर बाज़ार 11727.34 की रिकॉर्ड ऊँचाई तक पहुँचा था तब इंटरनेट उद्योग का शोर मचा हुआ था. लेकिन अक्तूबर 2002 में सूचकांक गिरा तो 7286.27 तक जा गिरा था.

भारतीय बाज़ार

एक ओर तेल की क़ीमतों का असर न्यूयॉर्क शेयर बाज़ार में इस तरह के भारी उछाल के रुप में दिख रहा है.

तो दूसरी ओर इससे मानों बेअसर भारतीय बाज़ार में मंगलवार का व्यवसाय मंदा दिखा.

बॉम्बे शेयर बाज़ार का सूचकांक 88 अंक गिरकर 12366.39 पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18 अंकों की कमी के साथ बंद हुआ.

मंगलवार को बिकवाली के कारण फार्मा, आईटी और रिफ़ाइनरी उद्योग के शेयरों को झटका लगा.