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गुरुवार, 18 मई, 2006 को 10:28 GMT तक के समाचार

मित्तल की आर्सेलर बोली को हरी झंडी

दुनिया की बड़ी इस्पात कंपनियों में से एक मित्तल स्टील ने फ्रांस की एक बड़ी इस्पात कंपनी आर्सेलर को ख़रीदने के लिए यूरोपीय नियामकों से हरी झंडी मिलने के बाद अपनी बोली लगाई है.

फ्रांस, बेल्जियम और लक्ज़मबर्ग ने मित्तल स्टील की 21 अरब यूरो यानी लगभग 27 अरब डॉलर की बोली को मंज़ूरी दे दी है.

मित्तल स्टील ने आर्सेलर कंपनी को ख़रीदने के लिए 26 जनवरी, 2006 को आक्रामक बोली लगाई थी जिसपर काफ़ी विवाद भी खड़ा हो गया था.

लक्ज़मबर्ग स्थित आर्सेलर स्टील कंपनी ने मित्तल स्टील की इस बोली पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी.

मित्तल स्टील इस्पात समूह के अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल ने इसी सप्ताह के शुरू में कहा था कि आर्सेलर कंपनी को ख़रीदने के प्रस्ताव के मूल्य और गुणवत्ता के बारे में शेयरधारक फ़ैसला लेने के योग्य होंगे.

मित्तल कंपनी की इस बोली में तीन चौथाई शेयर देने की पेशकश है और एक चौथाई नक़दी देने का प्रस्ताव है. इनमें मित्तल कंपनी के लगभग 54 करोड़ 76 लाख शेयर भी शामिल हैं.

लक्ज़मबर्ग, बेल्जियम और फ्रांस में मित्तल कंपनी की यह बोली 18 मई से 29 जून तक वैध रहेगी.

मित्तल स्टील कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि अमरीका में वित्तीय निगरानी करने वाले सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंड कमीशन से हरी झंडी मिलने के बाद वहाँ भी इस बोली को वैधता मिल जाएगी.

अमरीका के नियामकों और कुछ यूरोपीय देशों ने निजी रूप से मित्तल की इस बोली को मंज़ूरी दे दी है लेकिन मित्तल स्टील अब भी यूरोपीय संघ के स्तर से मंज़ूरी का इंतज़ार कर रही है.

संभावना है कि यूरोपीय संघ इस सौदे को सात जून तक मंज़ूरी दे देगा.

आर्सेलर के चेयरमैन जोसेफ़ किंश ने हाल ही में कहा था कि कंपनी ने अपनी बिक्री रोकने के लिए अभी पूरे विकल्प नहीं आज़माए हैं.