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इराक़ में तेल से होनेवाली आय में कमी | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
इराक़ी तेल मंत्रालय ने कहा है कि इराक़ में तेल प्रतिष्ठानों पर चरमपंथियों के हमलों के कारण पिछले वर्ष इराक़ को 3 अरब 60 करोड़ डॉलर कम आमदनी हुई. मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले साल इराक़ में 186 तेल ठिकानों पर हमले हुए. इस कारण 47 इंजीनियरों और 91 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई. अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि इराक़ के पुनर्निर्माण में 56 अरब डॉलर का ख़र्च बैठ सकता है. अमरीका के विशेष पुलिस निरीक्षक स्टुअर्ट बॉवेन ने इस महीने के आरंभ में चेतावनी दी थी कि लगातार हो रहे चरमपंथी हमलों से इराक़ में पुनर्गठन के काम पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. हमलों का निशाना इराक़ में अधिकतर हमले देश के उत्तर में हुए हैं जहाँ तुर्की के सेहन बंदरगाह से पाइपलाइन के ज़रिए तेल पहुँचाया जाता है. इराक़ी तेल मंत्रालय के प्रवक्ता असेम जिहाद ने कहा,"इराक़ ने वर्ष 2005 में तेल ठिकानों पर हमले के कारण सवा छह अरब डॉलर का निवेश गँवाया". उन्होंने बताया कि हमलों के कारण इराक़ प्रतिदिन लगभग 400,000 बैरल तेल का निर्यात नहीं कर सका. इराक़ अभी हर दिन लगभग 20 लाख बैरल तेल का उत्पादन करता है. लेकिन 2003 में सद्दाम हुसैन के सत्ता से अलग होने के समय ये मात्रा 28 लाख बैरल प्रतिदिन थी. इराक़ में विदेशी कॉन्ट्रैक्टरों पर हमलों के कारण भी अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है जिससे सुरक्षा लागत बढ़ गई है और पुनर्गठन का काम भी प्रभावित हुआ है. | इससे जुड़ी ख़बरें सत्ता सौंपने के बाद तेल की कीमत गिरी29 जून, 2004 | कारोबार इराक़ के धन पर उठे सवाल28 जून, 2004 | कारोबार इराक़ को एक अरब डॉलर देने का फ़ैसला01 मार्च, 2004 | कारोबार | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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