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भारतीय शेयर बाज़ार नई ऊँचाई पर | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
भारत का मुख्य शेयर बाज़ार बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सोमवार को 9,000 का आंकड़ा पार कर गया. सूचकांक सेन्सेक्स पहली बार इस स्तर तक पहुँचा है. सोमवार को 30 शेयरों पर आधारित सेन्सेक्स अधिकतम 9005.63 के स्तर तक पहुँचा. बाज़ार बंद होते समय सूचकांक 8994.94 पर था जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है. सूचकांक ने आठ सितंबर को 8,000 का आँकड़ा पार किया था. आर्थिक विश्लेषक आलोक पुराणिक के अनुसार भारतीय शेयर बाज़ार के पूरे रफ़्तार से नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ते जाने के तीन प्रमुख कारण हैं- भारतीय म्युचुअल फंड में छोटे निवेशकों की बढ़ी आस्था, विदेश संस्थागत निवेशकों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्वास और आम निवेशकों की अच्छे शेयर हासिल करने की ललक. अनाकर्षक हुआ पारंपरिक निवेश पुराणिक ने कहा कि बैंकों में पैसा जमा करने के निवेश के पुराने तरीके के आकर्षक नहीं रह जाने के कारण छोटे निवेशकों ने म्युचुअल फंड का रुख़ कर लिया है, जबकि अर्थव्यस्था की विकास दर और उदार आर्थिक नीतियों को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशक भी पूरे भरोसे के साथ भारत मे पैसा लगा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि इस साल विदेशी निवेशक भारतीय शेयरों में आठ अरब डॉलर का निवेश कर चुके हैं. पुराणिक ने सोमवार को सूचकांक के 30 में से 27 शेयरों के भाव बढ़ने का उल्लेख करते हुए कहा, "तेज़ी का यह सिलसिला कम से कम अगले साल भर तक तो जारी रहना चाहिए." रिपोर्टों के अनुसार सोमवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 24 अरब रुपये से ज़्यादा का कारोबार हुआ. उल्लेखनीय है कि नवंबर महीने में सेन्सेक्स में 17 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. | इससे जुड़ी ख़बरें शेयर बाज़ार रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा25 नवंबर, 2005 | कारोबार | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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