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तेल की कीमतें फिर ऊपर गईं | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतें एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर चली गई हैं. बुधवार को न्यूयॉर्क में कच्चे तेल की कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल तक चली गई. कारोबार समाप्ति के समय इसकी कीमत 64.90 डॉलर प्रति बैरल रही. तेल की कीमतों में ताज़ा उछाल अमरीका में कुछ तेल शोधन केंद्रों में काम रूकने और मध्य पूर्व में सुरक्षा की स्थिति को लेकर अनिश्चितता के कारण आया है. अमरीका में एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अमरीकी तेल शोधन केंद्रों में कई समस्याओं के कारण पेट्रोल के भंडार में 21 लाख बैरल की कमी हो गई. उधर मध्य पूर्व में तेल व्यापारियों में सऊदी अरब की स्थिति को लेकर चिंता फैली हुई है जो तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. अमरीका ने सऊदी अरब में अमरीकी वाणिज्यिक दूतावासों पर हमलों की चेतावनी दी है. कच्चे तेल की कीमतों में आए उछाल के कारण अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल की कीमतों में भी वृद्धि हो गई है. ब्रिटेन में पेट्रोल की कीमत पिछले 22 वर्षों में सबसे ऊपर चली गई है. यहाँ ग्राहकों को एक लीटर पेट्रोल के लिए एक पाउंड तक देने पड़ रहे हैं. |
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