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बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर मामले में अब तक क्या-क्या पता है?
- Author, इमरान क़ुरैशी
- पदनाम, बेंगलुरू से, बीबीसी हिंदी के लिए
(इस ख़बर के कुछ अंश पाठकों को विचलित कर सकते हैं.)
बेंगलुरू में महालक्ष्मी की जघन्य हत्या के मामले में पुलिस के सामने कई नए तथ्य सामने आए हैं.
बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि ऐसा लगता है कि आपसी भरोसा कम होने के चलते मुक्ति रंजन रे ने गुस्से में उठाया गया कदम है.
तीस साल के मुक्ति रंजन रे ने बुधवार को ओडिशा के भद्रक ज़िले में स्थित अपने गांव के पास आत्महत्या कर ली थी.
पुलिस के अनुसार, 29 साल की महालक्ष्मी से उनका रिश्ता छह महीने पुराना था, जिसे लेकर रंजन कथित तौर पर जुनूनी हो गया था लेकिन महालक्ष्मी की ओर से शादी करने के दबाव से वो खिन्न था.
कथित तौर पर रंजन ने अपने छोटे भाई को बताया था कि, ‘बेंगलुरु से बाहर निकलने के लिए उसे तुरंत पैसों की ज़रूरत है क्योंकि गुस्से में उसने महालक्ष्मी की हत्या कर दी है.’
उसने अपने भाई से ये भी कहा था कि ‘उसे किराए के कमरे को तुरंत खाली करने देना चाहिए क्योंकि वहां पुलिस आएगी.’
बेंगलुरु शहर में वो अपने छोटे भाई के साथ ही रह रहा था.
(आत्महत्या एक गंभीर मनोवैज्ञानिक और सामाजिक समस्या है. अगर आप भी तनाव से गुजर रहे हैं तो भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 से मदद ले सकते हैं. आपको अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी बात करनी चाहिए.)
बेंगलुरु पुलिस का क्या है कहना
पुलिस के मुताबिक महालक्ष्मी की उनके प्रेमी मुक्ति रंजन रे ने हत्या कर दी थी और शव के 59 टुकड़े कर दिए थे और उनके ही फ़्लैट के फ़्रिज में इसे बंद कर दिया था.
वेस्ट बेंगलुरु के एडीशनल कमिश्नर ऑफ़ पुलिस एन. सतीश कुमार ने बीबीसी हिंदी को बताया, “उसने अपने छोटे भाई के सामने हत्या की बात स्वीकारी थी. हमने बीएनएस की धारा 183 के तहत उसके भाई का बयान रिकॉर्ड किया है."
"उसका बयान, रंजन के सुसाइड नोट में लिखी बातों से मैच करता है, जिसे ओडिशा पुलिस ने उसके घर से बरामद किया था.”
महालक्ष्मी की हत्या का मामला बीते शनिवार को उस समय सामने आया, जब उनकी मां और उनकी जुड़वां बहन को तीन मंजिली बिल्डिंग के मालिक ने फ़्लैट से दुर्गंध आने की सूचना दी थी.
महालक्ष्मी इस इमारत की पहली मंजिल पर रह रही थीं. वह अपने पति हेमंत दास से अलग होने के बाद अकेले रह रही थीं जबकि उनकी बेटी अपने पिता के साथ रहती है.
उनकी मां और बहन शाम को बेंगलुरु के बाहरी इलाक़े नीलमंगला से शहर के बीच में स्थित व्यालिकावल पहुंचीं और पास ही महालक्ष्मी के दोस्त से एक अतिरिक्त चाबी लेकर फ़्लैट खोला.
जैसे ही वे लोग फ़्लैट के अंदर घुसे, उन्हें खून के धब्बे और फ्रिज के पास बहुत सारे कीड़े दिखे. उन्होंने जब फ्रिज को खोला तो उसमें महालक्ष्मी के शव के टुकड़े दिखे.
इसके बाद दोनों चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागे. जब शीर्ष पुलिस अधिकारी और जांचकर्ता हरकत में आए, महालक्ष्मी के अलग हुए पति हेमंत दास भी मौके पर पहुंचे.
उन्होंने टीवी चैनलों को बताया कि ‘अशरफ़ नाम के एक व्यक्ति के साथ अफ़ेयर’ के चलते दोनों सितंबर 2023 में अलग हो गए थे.
संदिग्ध के भाई ने क्या बताया
हालांकि बेंगलुरु पुलिस ने हेमंत दास के बयान को सिरे से ख़ारिज कर दिया.
नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर पुलिस अधिकारियों ने बीबीसी हिंदी से पुष्टि की कि ‘महालक्ष्मी के साथ अशरफ़ का संबंध था लेकिन कुछ समय पहले ही दोनों अलग हो गए थे.’
उनके अनुसार, “अशरफ़ से भी पूछताछ हुई है और उसकी गतिविधियों की जांच की गई है, तकनीकी रूप से भी और अन्य तरीक़े से भी.”
पुलिस ने इस मामले में मुक्ति रंजन रे की मुख्य संदिग्ध के रूप में तलाश थी.
डीसीपी शेखर एचटी ने बीबीसी हिंदी को बताया, “अपने टेक्निकल एनॉलिसिस के माध्यम से हम बेंगलुरु में रह रहे उसके भाई का पता लगाने में कामयाब रहे. तभी हमें पता चल पाया कि मुख्य संदिग्ध ने अपने भाई के सामने अपराध स्वीकार किया था.”
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, 'भाई ने पुलिस को बताया था कि जब रंजन को पता चला कि महालक्ष्मी के जीवन में कोई और पुरुष था और फिर भी वो शादी के लिए दबाव बना रही थी तो वो बहुत गुस्से से भर गया था.'
कथित तौर पर इस दबाव के चलते उनके बीच लगातार लड़ाई झगड़ा शुरू हो गया और इसकी वजह से उन्हें एक बार मल्लेस्वरम पुलिस स्टेशन तक में जाना पड़ा. पुलिस ने तब उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेजा था.
यह जानकारी भी मिल रही है कि रंजन ने अपने भाई को बताया था कि दो सितम्बर को भी उनके बीच बड़ा झगड़ा हुआ था.
फ़ॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न ज़ाहिर करते करने की शर्त पर बताया, “रंजन ने अपने भाई को बताया कि तीन और चार सितम्बर की दरम्यानी रात को तीखी नोंक झोंक के बाद उसने गुस्से में आकर महालक्ष्मी की हत्या कर दी."
उनके अनुसार, "हमारे पास वीडियो है जिसमें वह दूसरे दिन एक दुकान पर जाते हुए और कसाई वाला चाकू ख़रीदते दिखता है.”
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम इस बात का पता लगाने के लिए फ़ॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं कि उसने उसे कैसे मारा था.”
इस घटना के बाद रंजन बेंगलुरु छोड़कर फ़रार हो गया था.
इसके बाद बेंगलुरु पुलिस को पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सीमा के पास उसकी गतिविधि की जानकारी मिली.
बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक़, वो मंगलवार की रात भद्रक ज़िले में अपने गांव पहुंचा था. और बुधवार को उसका शव घर से काफ़ी दूरी पर मिला.
उसने आत्महत्या कर ली थी और घर पर एक सुसाइड नोट छोड़ गया था.
महत्वपूर्ण जानकारी-
यदि आपको आत्महत्या के विचार आ रहे हैं या आपकी जानकारी में किसी और के साथ ऐसा होता है, तो आप भारत में आसरा वेबसाइट या वैश्विक स्तर पर बीफ्रेंडर्स वर्ल्डवाइड के ज़रिए सहयोग ले सकते हैं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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